Breaking :
||भाजपा की मोटरसाइकिल रैली पर पथराव, कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट, कई घायल||झारखंड की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार थमा, 20 मई को वोटिंग||पिता के हत्यारे बेटे की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बंदूक बरामद समेत पलामू की तीन ख़बरें||चतरा लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाके में नौ बूथों का स्थान बदला, जानिये||झारखंड हाई कोर्ट में 20 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश||पलामू: हार्डकोर इनामी माओवादी नीतेश के दस्ते का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार||लातेहार: 65 हेली ड्रॉपिंग बूथ के लिए शुभकामनायें लेकर मतदान कर्मी रवाना||KIDZEE लातेहार के बच्चों ने मतदाताओं से की अपील- पहले मतदान, फिर कोई काम||पलामू में शौच के लिए निकली नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, चार आरोपी गिरफ्तार||लातेहार अनुमंडल क्षेत्र में चुनाव के मद्देनजर चार जून तक धारा 144 लागू
Sunday, May 19, 2024
झारखंडरांची

झारखंड में 7 जनवरी से शुरू होगी लातेहार समेत 12 जिलों में RT-PCR लैब के साथ कोरोना की जांच

रांची : राज्य के 12 जिलों में स्थापित आरटी-पीसीआर लैब में सात जनवरी से कोरोना की जांच शुरू होगी. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 से निपटने के लिए संबंधित सिविल सर्जनों को इन जिलों में आरटी-पीसीआर जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

अभी तक इन जिलों के सैंपल अन्य जिलों के मेडिकल कॉलेज या सदर अस्पताल में जांच के लिए भेजे जाते थे, जहां पहले लैब स्थापित हो चुकी थी। जिन जिलों में 7 जनवरी से जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं उनमें गढ़वा, गिरिडीह, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, जामताड़ा, पाकुड़, कोडरमा, खूंटी, रामगढ़, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां शामिल हैं।

इमरजेंसी कोविड रिस्पांस पैकेज-2 के तहत केंद्र से मिले फंड से इन जिलों में आरटी-पीसीआर लैब स्थापित की गयी हैं। प्रत्येक लैब की स्थापना पर 30-30 लाख रुपए खर्च किये गये हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 26 दिसंबर को कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में इन जिलों में जल्द जांच शुरू करने के निर्देश दिये थे।

इस निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव सह अपर अभियान निदेशक विद्यानन्द शर्मा पंकज ने इन 12 जिलों के सिविल सर्जनों को पत्र भेजकर कहा है कि देश में कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ-7 आने से पहले ही राज्य के सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच बेहद जरूरी है, ताकि ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच की जा सके और समय पर संक्रमित की पहचान की जा सके।