Breaking :
||झारखंड के सरकारी स्कूलों में अब सात जून तक रहेगी गर्मी की छुट्टी, आदेश जारी||पलामू: ऑनर किलिंग में घायल अधेड़ की 20 दिन बाद रांची में इलाज के दौरान मौत||लातेहार: खातों का ऑडिट नहीं कराने वाले छह प्रत्याशियों को दिया गया नोटिस||पलामू ACB की कार्रवाई, नौ हजार घूस लेते शिक्षा विभाग का BPO गिरफ्तार||महिला कैदी ने जेल के दो कर्मियों पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, महिला आयोग को लिखा पत्र||टेंडर राशि का 1.5 फीसदी कमीशन लेते थे मंत्री आलमगीर आलम||लातेहार: पत्रकार को जेल भेजने के मामले में कोर्ट ने मनिका थाना प्रभारी को जारी किया कारण बताओ नोटिस||चतरा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने दो छात्राओं को रौंदा, मौत, सड़क जाम||छह दिनों की ED रिमांड पर मंत्री आलमगीर आलम, भेजा गया जेल||मंत्री मिथिलेश ठाकुर व विधायक भानू प्रताप शाही पर मामला दर्ज
Friday, May 17, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरपलामू प्रमंडललातेहार

नहाय खाय के साथ सूर्योपासना का चार दिवसीय चैती छठ महापर्व शुरू

लातेहार : चार दिवसयी लोक आस्था का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। छठ महापर्व की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होता है। छठ महापर्व में नहाय खाय का खास महत्व है। व्रतियों ने शुद्ध होकर व्रत की शुरुआत की।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

नहाय खाय के दिन मिट्टी और आम की लकड़ी वाले चूल्हे में अरवा चावल, चना दाल और कद्दू की सब्जी बनायी गयी। खाना बनाने में घी और सेंधा नमक का प्रयोग किया गया। सूर्य भगवान को भोग लगाने के बाद व्रतियों ने भोजन किया। इसके बाद घर के सभी लोग इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। इस दिन व्रती बिस्तर के बजाय जमीन पर सोते हैं। छठ पूजा में सफाई और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इस दिन से घर में लहसुन-प्याज बनना बंद हो जाता है।

शनिवार को व्रती दिन भर निर्जला उपवास रहकर शाम को खीर प्रसाद ग्रहण करेंगे। इसे खरना अनुष्ठान कहा जाता है। खरना अनुष्ठान के बाद व्रतियों के 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। इस वर्ष रविवार को सूर्यषष्ठी है और उसी दिन नदियों-सरोवरों में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्ध्य प्रदान किया जायेगा। रविवार के दिन पहला अर्घ्य प्रदान करने को श्रद्धालु काफी शुभ मानते हैं। सोमवार 15 अप्रैल को उदयाचल भगवान सूर्य को दूरसरा अर्ध्य देने के साथ ही महाव्रत का समापन हो जायेगा। हालांकि कार्तिक महीने में होनेवाले छठ व्रत की अपेक्षा चैती छठ करने वालों की संख्या काफी कम है, लेकिन कुछ घरों में ही इसका अनुष्ठान किया जाता है।

नहाय खाय के दिन विशेष तौर पर कद्दू की सब्जी बनती है। इसके पीछे यह मान्यता है कि कद्दू काफी पवित्र होती है। साथ ही इसमें पर्याप्त मात्रा (96 फीसदी) में पानी होता है। इसको खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। इतना ही नहीं कद्दू खाने से बहुत सारी बीमारियां भी दूर होती हैं। नहाय खाय में चने की दाल खाने का भी विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि चने की दाल बाकी दालों की तुलना में सबसे अधिक शुद्ध होती है। इसको खाने से ताकत भी मिलती है।

Latehar Latest News Today