Breaking :
||7 मई को सोशल मीडिया पर ‘मैं भी इलेक्शन अम्बेसडर’ हैशटैग अभियान, हिस्सा बनने की अपील||चतरा: एंटी क्राइम ऑर्गेनाइजेशन प्रेसिडेंट का बोर्ड लगे गाड़ी से 50 लाख का ब्राउन शुगर बरामद, तीन गिरफ्तार||राहुल गांधी 7 मई को आयेंगे झारखंड, जोबा मांझी और सुखदेव भगत के समर्थन में करेंगे जनसभा||फिर झारखंड आयेंगे पीएम मोदी, चतरा के सिमरिया में 12 और बिरनी में 16 मई को करेंगे जनसभा||रांची लोकसभा: सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय कल करेंगी नामांकन||रांची: BSNL हेड ऑफिस में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी||किसी भी हाल में पिछड़ों और दलितों के आरक्षण को छिनने नहीं देंगे: मोदी||इंडी गठबंधन अब वोट जिहाद का ले रहा सहारा : मोदी||लोहरदगा: नाबालिग लड़की के साथ पांच युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, मामला दर्ज||प्रथम JPSC नियुक्ति परीक्षा गड़बड़ी मामले में CBI ने दाखिल किया आरोप पत्र, 37 लोगों को बनाया आरोपी
Monday, May 6, 2024
झारखंडरांची

डॉ. अभिषेक की महासंकल्प यात्रा संपन्न, 350 किमी पैदल चलकर रांची से पहुंचे विंडमगंज

रांची : झारखंड के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक और मीनाक्षी नेत्रालय के प्रबंध निदेशक डॉ. अभिषेक कुमार सिंह की सात दिवसीय महा संकल्प यात्रा बुधवार देर शाम समाप्त हो गयी। विगत 29 सितंबर को रांची के जगरनाथपुर मंदिर से प्रारंभ हुई महा संकल्प यात्रा विंडमगंज में समाप्त हुई।

10 हजार लोगों से किया सीधा संवाद

सात दिनों की इस यात्रा के दौरान 350 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करते हुए रास्ते में 14 जनसभा को संबोधित किया गया। यात्रा के दौरान 10 हजार लोगों के साथ सीधा संवाद किया गया। इसके अलावा 20 हजार लोगों के साथ वर्चुअल संवाद भी स्थापित किया गया।

यात्रा का शुभारंभ रांची के जगन्नाथ पुर मंदिर से किया गया। यात्रा का पहला पड़ाव लोहरदग्गा जिले का कुडू प्रखंड रहा। 64 KM की यह यात्रा एक दिन में पूरी की गयी।

लोगों को मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना यात्रा का मुख्य उद्देश्य

यात्रा के सफलता पूर्ण संपन्न होने पर मीडिया से बात करते हुए प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि ” महा संकल्प यात्रा का उद्देश्य लोगों को मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना, स्वास्थ्य, संस्कृति और सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक कर सकारात्मक बदलाव के लिए तैयार करना था।

सात दिनों में तय की गयी 350 किलो मीटर की यात्रा

यात्रा के दौरान जगह जगह रुककर लोगों की समस्या और मुद्दों पर उनके विचार को जाना और समझने का कार्य किया गया। 350 किलो मीटर की यह यात्रा सात दिनों में तय की गयी। 29 सितंबर को रांची से प्रारंभ होकर 5 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के विंडमगंज में समाप्त हुई। इस दौरान लातेहार, पलामू, गढ़वा जिले के अलग अलग प्रखंड और पंचायतों में जाकर बैठक करने का कार्य भी किया गया।

25 हजार लोगों से वर्चुअल संवाद भी किया स्थापित

महा संकल्प यात्रा का समापन सोनभद्र जिले के विंडमगंज के शिव मंदिर प्रांगण में हुई। यात्रा राज्य के 6 जिलों से होकर गुजरते हुए सोनभद्र तक पहुंची। यात्रा के दौरान 25 हजार लोगों के साथ वर्चुअल संवाद भी स्थापित किया गया। यात्रा का प्रारंभ एक निश्चित उद्देश्य के साथ किया गया था। जिसमें चिन्हित मार्ग पर मिलने वाले हर खास और आम की बातों को सुनने और उसका हल निकालने के लिए किस प्रकार कार्य किया जा सकता है, यह समझने का कार्य किया गया।

शहीद के परिजनों का भी जाना हाल

यात्रा मार्ग में पड़ने वाले झारखंड के शहीदों और देश की सीमा पर शहीद हुए जवानों के परिवारों से भी मिलने का कार्य किया गया। इसके साथ साथ चौक चौराहो पर विद्यमान झारखंड के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण भी किया गया। उनकी शहादत और सामाजिक बदलाव के लिए गए कार्यों को याद किया गया।

महा संकल्प यात्रा स्वयं को और दूसरे लोगों को साकारात्मक बदलाव के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने का कार्य करेगी।

यात्रा में ये भी थे साथ

महा संकल्प यात्रा में डॉ. अभिषेक सिंह के साथ मुख्य रूप से डॉ. विकास गुप्ता, डॉ. संकेश सिंह, डॉ. चंदन, अभिषेक कुमार, सचिन, अमित साथ रहे।