झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से, स्पीकर ने की हाई लेवल मीटिंग
रांची : झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होगा। इसके मद्देनजर गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, आजसू विधायक लंबोदर महतो, सीपीआई (एमएल) विधायक विनोद सिंह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें सत्र की तैयारियों और उसके सफल संचालन के साथ-साथ सत्र के दौरान सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई।
बैठक शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री सह सदन के नेता हेमंत सोरेन, विधायक लंबोदर महतो और विनोद सिंह नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को अपने कक्ष में ले गये। अमर बाउरी ने इसके लिए सभी का आभार भी व्यक्त किया।
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार विपक्ष के हर सवाल का सामना करने के लिए तैयार है। बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि विपक्ष सत्र के दौरान राज्य की जनता के ज्वलंत मुद्दों पर सकारात्मक भूमिका निभायेगा।
बहरहाल, शीतकालीन सत्र में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले सैकड़ों करोड़ रुपये की बरामदगी को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी जोरदार आवाज उठाने और सरकार से जवाब मांगने की तैयारी में है।
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सत्र के दौरान बीजेपी की तैयारियों के बारे में कहा कि बीजेपी के पास इस बार सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है। युवाओं की बेरोजगारी से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं के स्थगित होने और बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता न दिये जाने तक के मुद्दे अहम हैं। उन्होंने कहा कि धीरज साहू प्रकरण को लेकर भी सरकार को घेरने का काम किया जायेगा।
मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि भ्रष्टाचार के अलावा धीरज साहू एक बड़ा मुद्दा हैं। ईडी द्वारा मुख्यमंत्री को छह बार तलब किये जाने के बावजूद उनका ईडी कार्यालय नहीं जाना एक गहरा सवाल है। मुख्यमंत्री संवैधानिक संस्था को ठेंगा दिखाने में लगे हैं।
Jharkhand Assembly Winter session