Breaking :
||झारखंड के सरकारी स्कूलों में अब सात जून तक रहेगी गर्मी की छुट्टी, आदेश जारी||पलामू: ऑनर किलिंग में घायल अधेड़ की 20 दिन बाद रांची में इलाज के दौरान मौत||लातेहार: खातों का ऑडिट नहीं कराने वाले छह प्रत्याशियों को दिया गया नोटिस||पलामू ACB की कार्रवाई, नौ हजार घूस लेते शिक्षा विभाग का BPO गिरफ्तार||महिला कैदी ने जेल के दो कर्मियों पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, महिला आयोग को लिखा पत्र||टेंडर राशि का 1.5 फीसदी कमीशन लेते थे मंत्री आलमगीर आलम||लातेहार: पत्रकार को जेल भेजने के मामले में कोर्ट ने मनिका थाना प्रभारी को जारी किया कारण बताओ नोटिस||चतरा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने दो छात्राओं को रौंदा, मौत, सड़क जाम||छह दिनों की ED रिमांड पर मंत्री आलमगीर आलम, भेजा गया जेल||मंत्री मिथिलेश ठाकुर व विधायक भानू प्रताप शाही पर मामला दर्ज
Friday, May 17, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरझारखंड

झारखंड में ऐसे भी सरकारी स्कूल, जहां रविवार नहीं, शुक्रवार को होता है साप्ताहिक अवकाश

झारखंड के जामताड़ा जिले में स्थानीय लोगों ने सरकारी नियमों को तोड़ते हुए स्कूलों पर मनमाने नियम थोप दिए हैं। इलाके के सैकड़ों स्कूलों में अब सरकारी नियमों के हिसाब से रविवार को साप्ताहिक अवकाश नहीं होता, बल्कि शुक्रवार (जुमा) को छुट्टी रहती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाके के कुछ मुस्लिम युवकों ने नियम बदलने की शुरुआत 2-3 स्कूलों से की थी। फिर बाद में यह मनमर्जी 100 से ज्यादा स्कूलों तक पहुंच गई। इन युवकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी है और यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी अधिक हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी।

स्कूलों के बोर्ड पर लिखा ‘उर्दू स्कूल’

हैरान करने वाली बात यह है कि इलाके के कई स्कूलों के नाम के आगे उर्दू शब्द भी जोड़ दिया गया है। जबकि ना ही इन स्कूलों में उर्दू पढ़ाई जाती है और ना ही यहां उर्दू का कोई टीचर है। इस मामले को लेकर अफसरों को कोई जानकारी ही नहीं है।

मरांडी ने ट्वीट कर लिखा

दूसरी ओर मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, आप झारखंड को किस ओर ले जा रहे हैं? समाज में ज़हर घोलने वाली ऐसी अंसंवैधानिक कार्रवाई पर न सिर्फ़ तुरंत रोक लगाइये बल्कि ऐसे समाज विरोधी ताक़तों पर कठोर कार्रवाई कीजिये।’