प्रकृति की रक्षा का संदेश है सरहुल: डॉ शशिभूषण मेहता
प्रेम पाठक/सतबरवा
पलामू : गुरुवार को सतबरवा ट्रेनिंग स्कूल स्थित प्रखंड स्तरीय सरना स्थल पर आदि कुड़ुख सरना समाज द्वारा प्रकृति पर्व सरहुल के अवसर पर पूजा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पांकी विधायक डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता शामिल हुए। उन्होंने सरना स्थल पर पूजा और झंडा गड़ी में हिस्सा लिया और सरना समुदाय के लोगों के साथ मांदर बजाते हुए नृत्य किया।
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अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरहुल प्रकृति को बचाने का संदेश है। प्राचीन काल से ही लोग सरहुल मनाते आ रहे हैं और प्रकृति के बीच रहकर इसकी रक्षा करते आ रहे हैं। सरहुल पूजा प्रकृति से लगाव, उसके संरक्षण और उसे नमन करने का त्योहार है। हम सभी को एक साथ आकर पेड़-पौधों को बचाने का संकल्प लेना चाहिए। पेड़-पौधों से ही मानव जाति का भविष्य सुरक्षित रह सकता है।
इस दौरान विभिन्न गांवों से आये सरना धर्मावलंबियों द्वारा शोभा यात्रा निकाली गयी, जो सतबरवा बस्ती होते हुए पुन: सरना स्थल पहुंची. विभिन्न सरना समितियों ने मांदर, ढोल और पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ नृत्य, गीत और कला का प्रदर्शन किया। अंत में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पार्षद सुधा कुमारी, भाजपा पलामू जिलाध्यक्ष अमित तिवारी, विधायक प्रतिनिधि राणा प्रताप कुशवाहा, राजेंद्र सिंह चेरो, सांसद प्रतिनिधि सोनू सिकंदर, मुखिया रिंकी यादव, गिरिवर राम, शंभू उरांव, समाज सेवी आशीष सिन्हा, आशुतोष सिंह चेरो, प्रीति गुप्ता, विष्णुदेव उरांव, इंद्रदेव उरांव सहित सरना समाज के सैकड़ों लोग शामिल रहे।
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