Breaking :
||पुलिस को चकमा देकर जयराम महतो फरार, भगाने के आरोप में 11 नामजद और 15 हज़ार अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज||पलामू: बेटे ने किया प्रेम विवाह तो पिता को मारी गोली, दो आरोपी गिरफ्तार||कार व बाइक की टक्कर में होमगार्ड का जवान, पत्नी और दो बच्चों की मौत, मौत से जूझ रहा घर का आखिरी चिराग||संजय सेठ ने रांची लोकसभा सीट से किया नामांकन, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा- सनातन धर्म के सम्मान के लिए भाजपा को चुनें||कल से पीएम मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा, रांची में रोड शो, पलामू, लोहरदगा व चाईबासा में सभा||पलामू में माओवादियों ने लगाये चुनाव बहिष्कार के पोस्टर||रांची में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, महिला सरगना समेत सात गिरफ्तार||लातेहार: फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, मायके वालों ने ससुराल वालों पर लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप||केंद्रीय गृह मंत्री के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस सख्त, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजा नोटिस||नामांकन के बाद जयराम महतो गिरफ्तार, समर्थक भड़के
Friday, May 3, 2024
गारूपलामू प्रमंडललातेहार

PTR से वन विभाग द्वारा लकड़ी जब्ती के मामले ने पकड़ा तूल, वनकर्मियों के घरों की भी तलाशी लेने की मांग

गोपी कुमार सिंह/गारू

लातेहार : पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन प्रक्षेत्र बारेसांढ़ के झुमरीटोला से 6 दिसम्बर की दोपहर वन विभाग की टीम ने बेशकीमती लकड़ी ज़ब्त की थी। विभागीय कर्मियों ने रामसेवक राम के घर से साल, बिया, गम्हार का चिरान व पटरा समेत फर्नीचर बनाने के औजार जब्त किये थे। जिसे बाद में वन परिसर बारेसांढ़ लाया गया था। वन विभाग को इस कारवाई के लिए कड़ी मशक्कत भी करनी पड़ी थी। चुकी छापामारी के दौरान वन विभाग की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

वन विभाग पर उठ रहे सवाल

इस कारवाई के बाद से ही वन विभाग पर तरह तरह के सवाल उठने लगे थे। अब इस मामले ने तूल पकड़ा लिया है। वन विभाग जिस रामसेवक राम के ऊपर कार्रवाई करना चाह रही है। उसी रामसेवक राम ने वन विभाग को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।

वन विभाग कर्मी ने ही दी थी जब्त लकड़ी

दरअसल रामसेवक राम ने 8 दिसम्बर यानी गुरुवार को इस मामले से संबंधित वनपाल को एक आवेदन सौंपा है।रामसेवक राम ने आवेदन में लिखा है कि मंगलवार को वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर जो पटरा और लकड़ी ज़ब्त की है। दरअसल वह पटरा और लकड़ी वन विभाग में ही कार्यरत दैनिक मानदेय कर्मी धनेश्वर यादव ने काउंटर बनाने के लिए उपलब्ध करवाया था।

इसे भी पढ़ें :- कार्रवाई: पलामू टाइगर रिजर्व से भारी मात्रा में बेशकीमती लकड़ी ज़ब्त, ग्रामीणों ने जताया विरोध

रात के अंधेरे में पहुंचायी गयी थी लकड़ी

उन्होंने लिखा है कि कुछ लकड़ियां एक माह पूर्व जबकि हाल में भी ट्रैक्टर के माध्यम से एक बोटा लकड़ी पहुचाया था। काउंटर बनाने के लिए मना करने पर धनेश्वर यादव के द्वारा कोई कारवाई नही होने का हवाला देते हुए रामसेवक राम को मजदूरी के तौर पर 1800 रुपये नकद भी दिया था। सबसे ख़ास बात यह है कि वनकर्मी धनेश्वर यादव ने तमाम लकड़ियां रात के अंधेरे में मुहैय्या करायी थी। इससे यह साफ है कि अवैध रूप से पीटीआर से ही ये लकड़ियां काटी गयी होंगी।

पेशेवर बढ़ई मिस्त्री है आरोपी, कई वनकर्मी बनवा चुके हैं पलंग

रामसेवक ने बताया कि वह पेशेवर बढ़ई मिस्त्री का कार्य काफी लंबे समय से करते आ रहा है। उन्होंने कहा मैं पूरी तरह निर्दोष हू। गरीब को साज़िश के तहत इस मामले में फसाया जा रहा है। रामसेवक राम का आरोप है कि वन विभाग एक तरफा कारवाई कर उन्हें फ़साना चाहती है। उन्होंने दावा किया है कि पहले भी कई वनकर्मी लकड़ी देकर उनसे पलंग बनवा चूके है। इसलिए इस मामले पर गहनता से जांच करते हुए वन कर्मियों के घर की भी तलाशी होनी चाहिए। उसके बाद यह मामला पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा।

वन कर्मियों की मिलीभगत से होती है पीटीआर से अवैध कटाई

इधर सूत्रों की माने तो बारेसाढ़ वन प्रक्षेत्र से स्थानीय कई जनप्रतिनिधि और दलाल जंगलों से लकड़ी काटकर उसे महंगे दामों में बिक्री करते है। इसमे स्थानीय स्तर के वन कर्मियों की भी मिलीभगत होती है। जिसके लिए उन्हें भी कमीशन दिया जाता है।

वरीय अधिकारी जांच कर करें कार्रवाई तभी लगेगी रोक

बहरहाल जिस तरह से पीटीआर से लकड़ियों की तस्करी कर जंगलों का दोहन किया जा रहा है। इसपर वन विभाग के अधिकारियों को गंभीरता से विचार करते हुए गहन छापेमारी करने की जरूरत है। तभी इस तरह के अवैध कार्यों पर लगाम लग सकेगा। मंगलवार को रामसेवक राम के यहां हुई छापेमारी में प्रभारी वनपाल परमजित तिवारी, वनरक्षी वरदान भगत, अरुण कुमार व त्वरित कार्रवाई दल के सदस्य शामिल थे।