Breaking :
||लातेहार: टैंकर और बाइक की सीधी टक्कर में बाइक सवार घायल, हेलमेट ने बचायी जान||चतरा लोकसभा: भाजपा प्रत्याशी कालीचरण सिंह ने दाखिल किया नामांकन, प्रदेश के कई बड़े नेता हुए शामिल||चतरा से कांग्रेस उम्मीदवार केएन त्रिपाठी 30 को करेंगे नामांकन||चतरा से भाजपा उम्मीदवार कालीचरण सिंह 26 को दाखिल करेंगे नामांकन||पलामू लोकसभा: अंतिम दिन तीन उम्मीदवारों ने किया नामांकन, कुल 11 ने भरा पर्चा||पलामू में 490 ग्राम अफीम के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, कैश समेत अन्य सामान बरामद||झारखंड में दो IPS अधिकारियों का तबादला, अधिसूचना जारी||पलामू में देशी पिस्तौल के साथ तीन बदमाश गिरफ्तार, जेल||पलामू: हाथों की मेहंदी का रंग उतरने से पहले ही उजड़ गया मांग का सिन्दूर, शादी के छह दिन बाद ही दूल्हे की सड़क हादसे में मौत||पलामू: महुआ चुनने गयी दो सगी बहनों की नदी में डूबने से मौत, आक्रोश
Friday, April 26, 2024
पलामूपलामू प्रमंडल

बाबू भाई ने पलामू डीएमओ आनंद कुमार की शिकायत पीएचईडी मंत्री से की

पलामू : जिले के सतबरवा में अवैध रूप से बालू ले जाने के दौरान ट्रैक्टर से खड़ी फसल रौंदने से नाराज़ सतबरवा के रैयत वर्तमान मेदिनीनगर निवासी विनीत कुमार सिंह उर्फ बाबू भाई ने सुबे के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर से डीएमओ की शिकायत की है। मंत्री ने उन्हें जांच कर कारवाई करने का आश्वासन दिया है।

उन्होंने बताया कि 4 सितंबर को औरंगा नदी लेदवाखांड से अवैध रूप से बालू लेकर जा रहे ट्रैक्टर द्वारा मेरे खेत में लगी एक बीघा में खड़ी तिल के फसल को रौद डाला। 6 सितंबर को घटनास्थल पर जाकर देखा तो औरंगा नदी से आधा दर्जन भर ट्रैक्टर बालू का उठाव कर रहे थे।

इस दौरान डीएमओ से शिकायत के बाद उन्होंने अपना मेल आईडी दिया और कहा कि मेरे मेल आईडी पर शिकायत दर्ज कराए तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उस अवधि में मैंने बालू लदे ट्रैक्टर समेत बालू का अवैध भंडारण करके रखें जगह तथा नदी से बालू उठाकर ले जाते ट्रैक्टर का फोटो डीएमओ साहब के मेल आईडी पर भेजा था।परंतु अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरी वश मंत्री महोदय के पास शिकायत करनी पड़ी। उन्होंने बताया इस दौरान सतबरवा पुलिस रात्रि में मदद करने के लिए लेदवाखांड व अन्य घाटों पर पहुंची थी।

पलामू डीएमओ आनंद कुमार ने बताया कि चार-पांच दिन पहले मेरे मेल आईडी पर औरंगा नदी लेदवाखांड बालू घाट से सम्बंधित शिकायत मिली थी। भौतिक सत्यापन के बाद वहां कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने आगे कहा कि सतबरवा प्रखंड में एक भी बालू घाट सरकार के यहां बंदोबस्त नहीं है। पूर्व में दो बालू घाटों को बंदोबस्त किया गया था। लेकिन वन विभाग की तकनीकी अड़चन के चलते बालू घाट रद्द हो गए।