Breaking :
||संजय सेठ ने रांची लोकसभा सीट से किया नामांकन, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा- सनातन धर्म के सम्मान के लिए भाजपा को चुनें||कल से पीएम मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा, रांची में रोड शो, पलामू, लोहरदगा व चाईबासा में सभा||पलामू में माओवादियों ने लगाये चुनाव बहिष्कार के पोस्टर||रांची में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, महिला सरगना समेत सात गिरफ्तार||लातेहार: फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, मायके वालों ने ससुराल वालों पर लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप||केंद्रीय गृह मंत्री के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस सख्त, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजा नोटिस||नामांकन के बाद जयराम महतो गिरफ्तार, समर्थक भड़के||लातेहार: बालूमाथ कस्तूरबा गांधी विद्यालय का इंटर साइंस व आर्ट्स का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत||लातेहार: तालाब से बोरा में बंद भारी मात्रा में मिला वोटर आईडी कार्ड, किसने और क्यों फेंका बना चर्चा का विषय||झारखंड: इंटर के तीनों संकाय के नतीजों में लड़कियों ने मारी बाजी
Thursday, May 2, 2024
पलामूपलामू प्रमंडलसतबरवा

दुबियाखाड़ में दो दिवसीय राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेले का शुभारंभ

Dubiyakhad Aadiwasi Mahakumbh Mela

सतबरवा : प्रत्येक वर्ष 11-12 फरवरी को सदर प्रखंड के दुबियाखाड़ में आयोजित होने वाले राजकीय आदिवासी महाकुंभ मेले का उद्घाटन रविवार को पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह, पलामू के उपायुक्त डॉ. शशि रंजन एवं चेरो जनजातीय परिषद के अध्यक्ष हरेराम सिंह चेरो ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इससे पूर्व अतिथियों ने मेदिनी चौक स्थित महाराजा मेदिनीराय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

मौके पर संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने आदिवासियों की भावनाओं को नहीं समझा। पलामू के महापुरुष महाराजा मेदिनीराय की स्मृति में लगने वाले इस मेले को हमने राजकीय मेले का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक निर्दोष आदिवासी के बेटे को झूठे मामले में फंसाकर जेल में डाल दिया है। झारखंड की सारी जमीन आदिवासियों की है। आदिवासियों को समझना चाहिए कि उनका हितैषी कौन है। मेदिनीनगर के शिवाजी मैदान में जल्द ही महाराजा मेदिनीराय की प्रतिमा स्थापित की जायेगी।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह ने कहा कि इस मेले को राजकीय मेला का दर्जा देने के लिए आदिवासी समाज पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का सदैव आभारी रहेगा।

मेले में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया, वहीं दूर-दूर से आये कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। मेले में कई जोड़ों का सामूहिक विवाह भी आयोजित किया गया, जिसमें मिथिलेश ठाकुर ने कन्यादान किया और नवविवाहित वर-वधू को उपहार और आशीर्वाद भी दिया।

आपको बता दें कि इस मेले की शुरुआत 1991 में झारखंड के पहले विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी के सहयोग से की गयी थी, तब से हर साल इस मेले का आयोजन किया जाता है।

मौके पर पलामू विकास आयुक्त, प्रशिक्षु आईएएस रवि कुमार, अध्यक्ष अर्जुन सिंह, हृदय सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष, अवधेश सिंह चेरो सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Dubiyakhad Aadiwasi Mahakumbh Mela