Tuesday, March 18, 2025
पलामू प्रमंडल

खुलासा: गढ़वा में रविरंजन चौधरी हत्याकांड का पर्दाफ़ाश, 6 आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद

Ravi Ranjan Choudhary Murder

गढ़वा : पुलिस ने रवि रंजन चौधरी हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने दो देशी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस 315 बोर, दो खाली खोखे 315 बोर और पिकअप वाहन, 4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

गिरफ्तार आरोपियों में असगर अंसारी का पुत्र सोहदाब अंसारी (झलुवा, गढ़वा), इस्माइल अंसारी का पुत्र औरंगजेब अंसारी उर्फ मिस्टर अंसारी (झलुवा, गढ़वा), स्व. लखन पासवान का पुत्र रिंकू पासवान (पलामू, बिश्रामपुर, नावाडीह कला), दशरथ साव का पुत्र अरविंद प्रसाद गुप्ता (गढ़वा, डंडई थाना, पचौर साव टोला), जेठन सिंह खरवार का पुत्र मुनेश्वर सिंह उर्फ अनिकेत (गढ़वा, रमकंडा) एवं शंभू सिंह का पुत्र विकास सिंह (उत्तर प्रदेश, गाजीपुर, गहमर) का नाम शामिल है।

रविवार को पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा ने गढ़वा थाने में बताया कि आवेदन मृतक के पिता उपेंद्र चौधरी गढ़वा थाना क्षेत्र के हूर मध्य गांव निवासी ने किया था। आवेदन में कहा गया कि घटना का शिकार हुआ युवक 17 फरवरी को अपने पिकअप वाहन के साथ मार्केट कमेटी परिसर में खड़ा था। 3 बजे के बाद रवि रंजन चौधरी ने फोन कर बताया था कि वह बुकिंग लेकर चिनैया जा रहे हैं। इसके बाद वह घर नहीं लौटा।

परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। 19 फरवरी को सूचना मिली थी कि रवि रंजन चौधरी की हत्या किसी अज्ञात अपराधी ने कर दी है. इसके लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अवध कुमार यादव के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था.

इसके बाद 26 फरवरी को तलाशी व छापेमारी के दौरान टीम को गुप्त सूचना मिली कि इस घटना को अंजाम देने वाले 3 अपराधी बाइक पर सवार होकर झालुआ गांव में मस्जिद के सामने एक पेड़ के पास बैठे हैं। वह किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की कगार पर है। इसके बाद पुलिस ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने इनमें से 2 को गिरफ्तार कर लिया। एक अपराधी बाइक से भागने में सफल रहा।

गिरफ्तार किए गए दो अपराधी सोहदाब अंसारी और औरंगजेब अंसारी थे। उनके पास से हथियार और गोलियां मिली हैं। जबकि फरार अपराधी की पहचान महताब अंसारी के रूप में हुई है।

पुलिस की पूछताछ में इन दोनों अपराधियों ने 17 फरवरी को लूट की साजिश रचकर पिकअप वाहन को किराए पर बुक कर लिया था. वह युवक को लेकर चापकली जंगल आया था. इसके बाद युवक से कार लूटने का प्रयास किया गया। युवक पिकअप छोड़ने को तैयार नहीं था। इसके लिए उसने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। शव को नाले में फेंक दिया गया। इस योजना में गिरोह का सक्रिय सदस्य सत्य पासवान भी शामिल था।

घटना को अंजाम देने के बाद ये लोग पिकअप के लिए शहर के बाहरी इलाके से विश्रामपुर मोड़ पर पहुंचे. इसे बेचने के लिए सत्य पासवान के साले रिंकू पासवान को दिया गया था। रिंकू ने पिकअप गाड़ी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी विकास सिंह को दो लाख रुपये में बेची।

लूटे गए पिकअप वाहन को टीम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के स्थानीय थाना गहमर की मदद से बरामद किया। हत्या में इस्तेमाल हथियार और गोलियां अरविंद प्रसाद गुप्ता और मुनेश्वर सिंह से खरीदी गई थीं। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार भी कर लिया है। महताब अंसारी अभी भी फरार है।

Ravi Ranjan Choudhary Murder