Breaking :
||झारखंड: प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की मूल्यांकन शीट भरने में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों पर होगी कार्रवाई, रुकेगा वेतन||नाबालिग लड़की को घर से अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म, तीन आरोपी गिरफ्तार||सनकी प्रेमी ने लड़की के छोटे भाई की कर दी हत्या, गिरफ्तार||पलामू: होली मिलन समारोह में चाकूबाजी, दो सगे भाई घायल, बाप-बेटे समेत तीन गिरफ्तार||पलामू में अपराधी बेलगाम, दिनदहाड़े दो की गोली मारकर हत्या, पिछले 48 घंटे में 5 हत्यायें||पलामू: आपसी विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार||हत्या की योजना बनाते रिम्स से फरार कैदी राजा सिंह समेत दो अपराधी गिरफ्तार||पलामू: नशीली टेबलेट, सिरप और गांजा के साथ दंपत्ति गिरफ्तार||पलामू: दो तेज रफ्तार बाइक की टक्कर में दो भाइयों की दर्दनाक मौत||पलामू में 50 किलो गांजा के साथ चार तस्कर गिरफ्तार
Thursday, March 28, 2024
गढ़वापलामू प्रमंडल

कब्रिस्तान के चलते गढ़वा बाईपास निर्माण पर रोक, 90 फीसदी काम हो चुका है पूरा

पलामू : गढ़वा बाईपास निर्माण पर रोक के मामले में शुक्रवार को एनएचएआई की टीम जांच करने पहुंची। टीम ने मामले की जांच की। हालांकि जांच रिपोर्ट सामने नहीं आयी है, लेकिन पता चला है कि कब्रिस्तान के कारण बाईपास का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है।

इस बाईपास का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है, जबकि 10 फीसदी बचे काम में कब्रिस्तान समेत अन्य आता है। विवाद की स्थिति को देखते हुए झारखंड सरकार ने इसके निर्माण पर रोक लगा दी है। इस प्रतिबंध की जानकारी लेने के लिए केंद्रीय टीम यहां पहुंची थी।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

बाईपास का काम बंद करने के पीछे जमीन अधिग्रहण को लेकर पूरा विवाद है। दरअसल, बाइपास को गढ़वा जिले के अंचला में कब्रिस्तान से होकर गुजरना है, जहां कब्रिस्तान की जमीन को लेकर विवाद के चलते प्रोजेक्ट रुका हुआ है। पलामू सांसद विष्णु दयाल राम तीर्थ विकास यात्रा के तहत शुक्रवार को यहां पहुंचे। उन्होंने अपना दर्द साझा किया।

उन्होंने बताया कि कैसे उनका ये ड्रीम प्रोजेक्ट एक जगह अटका हुआ है। सांसद ने बताया कि उस समय बाईपास की डीपीआर तैयार की जा रही थी। उस दौरान कहा गया था कि कब्रिस्तान के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा, लेकिन बाद में राज्य सरकार झुक गयी और सचिव स्तर के एक अधिकारी ने पत्र लिखकर कहा कि जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जायेगा।

पत्र में कहा गया है कि भूमि अधिग्रहण के दौरान कानून व्यवस्था को खतरा हो सकता है। पलामू सांसद ने कहा है कि अंचल अधिकारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह जमीन अनुपयोगी है। मामले में लोगों ने हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था, लेकिन फैसला आने से पहले ही रिट वापस ले ली गयी।

सांसद ने कहा कि दुख की बात यह है कि इस परियोजना के लिए समय पर जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि यह परियोजना 2024 तक पूरी हो जायेगी।

गौरतलब है कि गढ़वा बाईपास का निर्माण कार्य 7 अक्टूबर 2021 को शुरू किया गया था। यह परियोजना मार्च 2023 में पूरी होनी थी। यह बाईपास झारखंड, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ को जोड़ेगा।