Breaking :
||लातेहार-चतरा अंतरजिला चेक पोस्ट से भारी मात्रा में कैश बरामद, लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल की आशंका||अंकिता को जिंदा जलाने वाले दोषियों को आजीवन कारावास की सजा||लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड व बिहार की पुलिस नक्सलियों के खिलाफ चलायेगी संयुक्त ऑपरेशन||पलामू में दहेज हत्या के आरोपी पति को 10 साल सश्रम कारावास की सजा||झारखंड में भाजपा को झटका, पांच बार के सांसद रहे रामटहल चौधरी कांग्रेस में शामिल||पलामू में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई, छह लाख की अफीम, डोडा व पोस्ता के साथ एक गिरफ्तार||पलामू व गढ़वा का मोस्ट वांटेड छोटू रंगसांज हत्याकांड का खुलासा, एक गिरफ्तार||लातेहार: ट्रक ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, पुत्र की मौत, पिता समेत दो घायल||पलामू में तीन हत्या के मामले में महिला समेत चार गिरफ्तार||झारखंड में मौसम की आंख मिचौली जारी, 30 और 31 मार्च को बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी
Friday, March 29, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरदेश-विदेश

पाटियाला मस्जिद विवाद : सिख सराय पर जबरन कब्जा कर मस्जिद बनाने का आरोप

पाटियाला मस्जिद विवाद: उत्तर प्रदेश के बनारस में मस्जिद विवाद के बाद अब पंजाब में भी मस्जिद विवाद शुरू हो गया है। मामला पटियाला के राजपुरा के गुजरांवाला मोहल्ला में बने एक गुम्बद ढाँचे से जुड़ा है। यहां एक सिख सराय को कथित तौर पर मस्जिद में बदलने का विवाद शुरू हो गया है।

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार सिख और हिंदू समुदाय के सदस्यों ने मुस्लिम समुदाय पर जबरन कब्जा करने और ढांचे को मस्जिद में बदलने का आरोप लगाया है।

स्थानीय लोगों का कहना है –

“2017 तक दो सिख परिवार संरचना में रह रहे थे। उसे कथित तौर पर इसे खाली करने के लिए मजबूर किया गया और धमकी दी गई। उसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसे मस्जिद का रूप देना शुरू कर दिया। जब एक गुंबद बनाया गया और हरे रंग से रंगा गया तो लोग हैरान रह गए।

लोगों का आरोप है कि ढांचे से सिख धर्म के प्रतीकों को भी हटा दिया गया। गुजरांवाला मोहल्ले के हिंदू पक्ष का कहना है कि पहले यहां हिंदू और सिख समाज के लोग सेवा करते थे। लेकिन कुछ समय बाद बिना किसी सहमति के उस सराय का स्वरूप बदल दिया गया ।

क्या कह रहा है मुस्लिम समुदाय

मुस्लिम समुदाय ने इन आरोपों का खंडन किया है। इनका कहना है कि यह मस्जिद आजादी से पहले की है और हाल ही में इसका पुनर्निर्माण किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जांच से पता चला है कि वक्फ बोर्ड ने 2016 में इस ढांचे पर दावा दायर किया था।

इस बीच पुलिस ने सुरक्षा को देखते हुए धार्मिक स्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही, दोनों पक्षों को अपने दावों को साबित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है।

राजपुरा के एसडीएम हिमांशु गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा –

‘मैंने दोनों पक्षों को सुना है। सिख और हिंदू दावा करते हैं कि संरचना मूल रूप से एक सराय थी, लेकिन मुस्लिम समुदाय का दावा है कि यह एक मस्जिद थी। दस्तावेज जमा करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है।

पाटियाला मस्जिद विवाद