Sunday, October 6, 2024
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पहल: कोल माइंस प्रभावित क्षेत्र के 150 युवाओं को दिया जाएगा हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटर का प्रशिक्षण

कल डीएमएफटी लातेहार एवं एससीएमएस नई दिल्ली के बीच एमओयू किया जाएगा

लातेहार : उपायुक्त अबु इमरान ने लातेहार जिला के खनन प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को रोजगार से जोड़ने हेतु उन्हें रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने हेतु बड़ी पहल की है। कल दिनांक 21 फरवरी 2022 को डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) लातेहार एवं माइनिंग सेक्टर स्किल काउन्सिल नई दिल्ली के बीच लातेहार जिला के युवाओं को हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटर का प्रशिक्षण देने हेतु एमओयू किया जाएगा।

खनन प्रभावित क्षेत्र के लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए कौशल विकास है आवश्यक : उपायुक्त

उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान में लातेहार जिला में 3 कोल परियोजनाएं संचालित हो रही है। इसके अलावा शीघ्र ही और 5 कोल माइंस शुरू होने वाली हैं। उपायुक्त ने कोल कंपनियों में स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु प्राथमिकता देने पर बल दिया है।

लेकिन लातेहार जिला में खनन क्षेत्र के अनुरूप आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं का अभाव है। कोल कम्पनियों का कहना है कि उन्हें हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटरों की आवश्यकता है। लेकिन स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों का अभाव है।

इसको ध्यान में रखते हुये डीएमएफटी लातेहार द्वारा खनन से प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटर का प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु माइनिंग सेक्टर स्किल काउंसिल (एससीएमएस)का चयन किया गया है।

यह संस्थान कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीएफ) के अधीन राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीएस) एवं व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी)से मान्यता प्राप्त है। साथ ही एससीएमएस, खनन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहन प्राप्त संस्था भी है।

एक्सकवेटर ऑपरेटर, डम्पर ऑपरेटर, टीपर ऑपरेटर ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा

आगे बताया कि प्रथम चरण में लातेहार जिले के 150 स्थानीय युवाओं को एक्सकवेटर ऑपरेटर, लोडर ऑपरेटर, डम्पर ऑपरेटर, टीपर ऑपरेटर ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण हेतु 150 इच्छुक युवाओं की सूची ग्राम सभा के अनुशंसा के साथ प्राप्त हुई है।

सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क के दिशानिर्देश के अनुसार होगा। प्रशिक्षण की कुल अवधि 6 माह की होगी। जिसमें से 3 माह आवासीय प्रशिक्षण एवं 3 माह ऑनजॉब ट्रेनिंग होगा। ऑनजॉब ट्रेनिंग के दौरान 3000 रूपये का स्टाइपंड प्रदान किया जाएगा।

प्रशिक्षण के बाद युवाओं को देश-विदेश में खनन सेक्टर में रोजगार का अवसर प्राप्त होगा

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क होगा। प्रशिक्षणार्थियों को मेडिकल जाँच के उपरांत मेडिकल बीमा की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद स्थानीय युवाओं को स्थानीय स्तर एवं देश -विदेश में खनन क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।