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Thursday, March 28, 2024
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लातेहार: बूढ़ा पहाड़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए पुलिस चला रही ‘ऑपरेशन ऑक्टोपस’, नक्सलियों का है सुरक्षित पनाहगाह

गढ़वा : झारखंड व छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित नक्सलियों के सेफ जोन बूढ़ा पहाड़ को इस बार पुलिस ने माओवादी विहीन करने की ठान ली है. इसके लिए गढ़वा, लातेहार व छत्तीसगढ़ की पुलिस ने संयुक्त रूप से बूढ़ा पहाड़ को चारों तरफ से घेर कर ऑपरेशन ऑक्टोपस (Operation Octopus) शुरू किया है. इस ऑपरेशन में झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, जगुआर एसॉल्ट ग्रुप, आईआरबी और कोबरा बटालियन ने मोर्चा संभाल रखा है. यही वजह है की पहली बार पुलिस को बूढा पहाड़ की तलहटी पार कर कुल ऊंचाई की एक चौथाई ऊपर चढ़ने में कामयाबी मिली है.

हथियार सहित विस्फोटक का जखीरा बरामद

ऑपरेशन के दूसरे दिन मंगलवार को जहां नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़ हुई, तो तीसरे दिन बुधवार को नक्सलियों के बनाये मोर्चा के नीचे बंकर से पुलिस को अत्याधुनिक हथियार सहित विस्फोटक का जखीरा बरामद करने में सफलता मिली. ऑपरेशन के दौरान जैसे-जैसे पुलिस पहाड़ की ऊंचाई पर चढ़ रही है. वैसे वैसे विस्फोटक बरामद होने के साथ ही लैंड माइंस विस्फोट भी हो रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार व बुधवार को भी पहाड़ पर लैंडमाइंस और प्रेशर बम विस्फोट हुआ. इसकी गूंज बूढ़ा पहाड़ से सटे गांवों तक रोज पहुंच रही है.

बूढ़ा पहाड़ को नक्सली विहीन करने का चलाया अभियान

उल्लेखनीय है कि पिछले दो दशक से माओवादियों का सेफ जोन रहा बूढ़ा पहाड़ लातेहार, गढ़वा व छत्तीसगढ़ सीमा पर 55 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है. इसी क्षेत्र को नक्सली विहीन करने के लिए सुरक्षाबलों ने दर्जनों बार बड़ा अभियान चलाया. इसमें पुलिस को कई बार सफलता भी मिली, लेकिन नुकसान भी उठाना पड़ा. इसी कारण कई बार अभियान बीच में ही बंद करना पड़ा. लेकिन इस बार पुलिस चारों तरफ से घेर कर नक्सलियों के बंकर ध्वस्त करते हुए सफलता की ओर बढ़ रही है.

माओवादी के बड़े नेता सहित 35 नक्सलियों का जमावड़ा

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माओवादी के बड़े नेता मरकुस बाबा सहित बूढ़ा पहाड़ पर करीब 35 माओवादियों का जमावड़ा है. मरकुस बाबा उर्फ सौरभ माओवादियों का स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य है. पुलिस ने उस पर 25 लाख रुपये का इनाम रखा है. बताया जाता है कि माओवादियों के जोनल व एरिया कमांडर जैसे नक्सलियों में नवीन यादव, मृत्युंजय भुइंया, संतू भुइंया और रवींद्र गंझू बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं.

तलहटी पर बसे गांवों में दहशत

बूढ़ा पहाड़ की तलहटी पर बसे छतीसगढ़ के पुनदाग गांव के लोग दहशत में हैं. यहां के ग्रामीणों में असमंजस की स्थिति है. कब क्या होगा, उन्हें भी पता नही. पूरा गांव सुनसान है. बताया जाता है कि तलहटी में बसे इस गांव में नक्सलियों का जमावड़ा अक्सर रहता था. पहली बार ऑपरेशन ऑक्टोपस के जरिये पुलिस ने पहाड़ी क्षेत्र को चारों तरफ से घेर कर गांवों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है. ग्रामीण भी इस बार पुलिस के इस अभियान को देख सशंकित हैं. उन्हें गोलीबारी का भी भय बना हुआ है.