Breaking :
||झारखंड कैबिनेट की बैठक में 44 प्रस्तावों को मंजूरी, रांची नगर निगम को 224 बसें खरीदने को मिले 605.42 करोड़||प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में मिली तीन बच्चों की मां, पति के साथ रहने से किया इंकार, हुआ अनोखा समझौता||लोहरदगा: पुल निर्माण स्थल पर नक्सलियों का उत्पात, दो ट्रैक्टरों को फूंका||लातेहार: फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार हुए दर्जनों ग्रामीण, सरहुल के जुलूस में खाया था चना और गुड़||लातेहार: चंदवा में विधवा महिला से दुष्कर्म का प्रयास, आरोपी फरार||झारखंड में फिर बदला मौसम, वज्रपात और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी||कुख्यात माओवादी कमांडर अमन गंझू और जतरू खरवार से NIA करेगी पूछताछ||लातेहार: बालूमाथ में इक्वेस्टा बैंक के नाम पर खाता खोल कर लाखों की ठगी करने के आरोप में एक गिरफ्तार, कार्यालय सील||लातेहार: बालूमाथ पुलिस ने 3 लाख 30 हजार की ठगी करने वाले साइबर अपराधी को पकड़ा||लातेहार: फंदे से लटका मिला युवक का शव, जांच में जुटी पुलिस

भूख हड़ताल पर बैठे पारा मेडिकल कर्मियों की तबीयत बिगड़ी, भेजा अस्पताल

झारखंड पारामेडिकल कर्मी अनशन

रांची : झारखंड राज्य एनआरएचएम, एएनएम, जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ व झारखंड अनुबंध पारा मेडिकल कर्मचारी संघ के बैनर तले राजभवन के समीप भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों में शनिवार को नवीन रंजन की तबीयत बिगड़ गयी। नवीन रंजन को ऑटो से सदर अस्पताल भेजा गया।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

इससे पहले एंबुलेंस से अस्पताल भेजने का प्रयास किया गया लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो सकी। इससे कुछ देर पहले ही प्रदेश महासचिव वीना कुमारी की तबीयत बिगड़ गयी थी। उन्हें भी तुरंत अस्पताल भेजा गया।

गौरतलब है कि 16 जनवरी को फार्मासिस्ट, एक्स-रे टेक्नीशियन, एएनएम, जीएनएम, लैब टेक्नीशियन ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की कोशिश की थी। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद 17 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। अब 24 जनवरी से आठ हजार कर्मचारी अपने जिला मुख्यालय में आमरण अनशन पर बैठे हैं।

उनकी मांग है कि इस बार अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक कि उन्हें कोई लिखित दस्तावेज नहीं मिल जाता। कर्मियों का कहना है कि मौजूदा सरकार ने तीन महीने में संविदा कर्मियों के समायोजन का वादा किया था। लेकिन तीन साल बाद भी सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है।

झारखंड पारामेडिकल कर्मी अनशन