कैबिनेट बैठक में 31 प्रस्ताव मंजूर, मदरसों व संस्कृत विद्यालयों पर हेमंत सरकार की मेहरबानी, अनुदान हुआ दोगुना
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में 31 प्रस्ताव को मंजूरी मिली। वित्तरहित मदरसा और संस्कृत विद्यालयों को दोगुना अनुदान देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने यह प्रस्ताव रखा है। इसके तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 से ही दोगुना अनुदान मिलेगा। राज्य में वित्तरहित 33 संस्कृत विद्यालय और 46 मदरसा को इसका लाभ मिलेगा। करीब 2000 शिक्षकों और कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सकेगा।
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कैबिनेट ने श्रमिकों के शव लाने में मुआवजा राशि बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी। यदि प्रवासी मजदूरों की सामान्य मौत होती है तो शव लाने के लिए तत्काल 25 हजार की राशि दी जायेगी।
कैबिनेट के अन्य फैसले
बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों (सीडीपीओ) की सीधी नियुक्ति के लिए ली जानेवाली परीक्षा के पैटर्न में बदलाव के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली। यह प्रस्ताव महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा लाया गया है।
परीक्षा में मेंस पैटर्न के 100 अंकों के हिंदी पेपर के क्वालिफाइंग मार्क्स अब 30 अंक हो जायेंगे, पहले 40 अंक का होता था। हालांकि, इसके अंक पहले की तरह मेरिट सूची में शामिल नहीं होंगे। परीक्षा पैटर्न में कई अन्य बदलाव किये हैं।
न्यायिक पदाधिकारियों के एक जनवरी 2016 से वेतन पुनरीक्षण के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली।
रांची में तुमांग पंचायत को मैक्लुस्कीगंज थाने से जोड़ने सहित कई जिलों के पंचायत सहित अन्य थाने में किया गया शामिल।
निजी एवं सरकारी बीएड महाविद्यालय में नामांकन व शुल्क निर्धारण नियम में हुआ बदलाव।
लघु खनिजों की नीलामी के लिए कोलकाता की कंपनी को मिला अवधि विस्तार।
झारखंड विधानसभा में नियुक्ति और बरती गयी अनियमितता की जांच के लिए एक सदस्य आयोग के अवधि विस्तार की स्वीकृति।