धनबाद आशीर्वाद टावर अग्निकांड: दीये की लौ ने लिया शोला का रूप, 10 महिलाओं समेत 16 ज़िंदा जले
धनबाद आशीर्वाद टावर अग्निकांड
गंभीर रूप से घायल 18 अस्पताल में भर्ती, सौ लोगों की बचायी गयी जान
धनबाद : धनबाद बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर की दूसरी मंजिल पर मंगलवार शाम को भीषण आग लग गयी। इस हादसे में 10 महिलाओं और तीन बच्चों समेत 16 लोगों की मौत हो गयी।
प्रधानमंत्री ने जताया दुःख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनबाद शहर के आशीर्वाद अपार्टमेंट में आग लगने की घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रधान मंत्री ने पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री खुद कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, “धनबाद के आशीर्वाद टावर अपार्टमेंट में आग लगने से लोगों की मौत अत्यंत हृदय विदारक है।” जिला प्रशासन युद्धस्तर पर काम कर रहा है। हादसे में घायल लोगों का उपचार किया जा रहा है। मैं खुद पूरे मामले को देख रहा हूं।
मातम में बदली शादी की खुशियां
जानकारी के अनुसार आशीर्वाद टावर की चौथी मंजिल पर रहने वाले सुबोधलाल श्रीवास्तव की बेटी स्वाति की शादी चल रही थी। घर में कई मेहमान आये हुए थे। हादसे में जान गंवाने वाले 16 लोगों में ज्यादातर सुबोध के परिवार वाले और रिश्तेदार हैं।
दीये की लौ ने लिया शोला का रूप
आशीर्वाद टावर में आग लगने की घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर रहने वाले सीए पंकज अग्रवाल के घर में दीये की लौ से आग लग गयी। इसने बाद में शोला का रूप ले लिया। कुछ वीडियो सामने आये हैं जिनमें अपार्टमेंट के एक फ्लैट की बालकनी से आग की लपटें उठती नजर आ रही हैं।
सिलेंडर फटने से और भड़की आग
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग लगने के बाद वहां धमाकों की आवाज भी सुनायी दी। संभवत: फ्लैट में रखे एलपीजी सिलेंडर फट गये। इससे आग और भी भड़क गयी।
चार घंटे चला रेस्क्यू
धनबाद में आग की इस घटना में 4 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। इस दौरान कम से कम 100 लोगों की जान बचायी गयी। 18 लोग घायल हो गये जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कई लोगों ने भागकर बचायी जान
गौरतलब है कि जब आग लगी तो ऊपर के फ्लैट में रहने वाले लोग छत की ओर भागे। इससे ज्यादातर लोगों की जान बचायी जा सकी, जबकि बिल्डिंग के नीचे भागकर जान बचाने की कोशिश करने वाले आग की चपेट में आ गये।
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