Sunday, October 6, 2024
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बिहार: सामूहिक दुष्कर्म के बाद 8 साल की बच्ची की हत्या, बदमाशों ने बेरहमी से आंखें भी फोड़ी

बिहार सामूहिक दुष्कर्म

बांका : होली के दिन लापता हुई 8 साल की बच्ची का शव मिलने के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है। शव को रेत से ढका देख लोग भी आक्रोशित हैं। लोग यह कहकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं कि बच्ची की हत्या सामूहिक दुष्कर्म के बाद की गई है।

बताया जाता है कि लड़की होली के दिन दोपहर दो बजे अपने घर के बाहर दोस्तों के साथ होली खेल रही थी। इसी बीच अचानक वह दुर्गा मंदिर के पास से गायब हो गई। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चल सका। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।

मृतका के साथ खेल रही दोस्त ने बताया कि लाल रंग का ऑटो दुर्गा मंदिर के पास आया और उसे ले गया। जिसके बाद लाल रंग के ऑटो का पता लगाया गया तो पता चला कि पेंटर का काम करने वाला सागर सोनी ऑटो चलाता है लेकिन उसने इस मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया। इसी बीच जांच में पुलिस को सूचना मिली कि बालू से शव को ढक कर रखा गया है।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा कि बच्ची के शरीर पर कपड़ा नहीं है और शरीर के कई हिस्सों से खून निकल रहा है और उसकी आंखें फोड़ दी गई हैं। शव को देखकर ऐसा लगा कि लड़की के साथ कुछ लड़कों ने बड़ी क्रूरता से उसकी आंखें तोड़ दीं और शव को मारकर छिपा दिया। पुलिस अब अपराधियों की तलाश कर रही थी, इसी बीच ऑटो भाग गया तो पुलिस ने उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया।

उसी के इशारे पर ऑटो चालक डोमन पासवान, अजय वर्णवाल, श्रीधर वर्णवाल समेत 4 को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ऑटो मालिक सागर सोनी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस की ढिलाई के बाद लोगों का गुस्सा काफी बढ़ गया है, वे आरोपियों की गिरफ्तारी और जल्द से जल्द फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।

इस संबंध में एसडीपीओ प्रेमचंद्र सिंह ने कहा कि जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी हुई वह खुद पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, पुलिस अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. एसडीपीओ ने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

मृतक लड़की के चाचा उत्तम कुमार के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया गया है। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने उसके लापता होने की सूचना के बाद से जांच की होती तो बच्ची को बचाया जा सकता था। इस घटना को लेकर इलाके के बच्चे सड़क पर उतर आए और हाथों में तख्तियां लेकर विरोध करने लगे। स्कूली बच्चों ने आरोपी को फांसी की सजा की मांग की है।

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