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Sunday, May 19, 2024
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लातेहार: बालूमाथ-हेरहंज-पांकी सड़क निर्माण के गुणवत्ता की खुलने लगी पोल, सड़क गड्ढे में तब्दील, बड़े हादसे को दे रही दावत

प्रदीप यादव/हेरहंज

चार साल पहले 130 करोड़ रुपये की लागत से हुआ था निर्माण

लातेहार : सरकार से लेकर अधिकारी तक का आये दिन स्टेटमेंट आते रहता है कि गुणवत्ता से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जायेगा। गुणवत्ता से खिलवाड़ करने वाले जेल जायेंगे। लेकिन लातेहार जिले के बालूमाथ-हेरहंज-पांकी एसएच-10 मुख्य पथ पर चार साल पहले 130 करोड़ रुपये की लागत से किये गये सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खुलने लगी है। हेरहंज बस स्टैंड, पुलिस स्टेशन और हीरो शोरूम के पास सड़क के किनारे करीब 10 फीट लंबी और 3 फीट चौड़ी सड़क टूट कर बड़े हादसे को दावत दे रही है। लेकिन गुणवत्ता से खिलवाड़ करने वाले अधिकारी और संवेदक पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य के समय सड़क बनकर तैयार भी नहीं हुई थी और दूसरी ओर सड़क टूटती जा रही थी, जिसकी शिकायत भी की गयी थी। लेकिन सब कुछ अनदेखा कर दिया गया था। सड़क निर्माण की शुरुआत से ही गुणवत्ता को लेकर काफी विरोध हुआ था। लेकिन संवेदक व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के कारण आज भी सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जगह-जगह सड़क टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गयी है।

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ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अधिकारी सड़क निर्माण कार्य में जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते थे। जानकारी के अनुसार उक्त सड़क का निर्माण स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड की देखरेख में संवेदक सिंह कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया है। 50 किलोमीटर तक सड़क बनी है। निर्माण के दौरान पुल-पुलिया व नाली निर्माण समेत कई कार्य किये गये, जिसमें गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया। कई स्थानों पर नालियां बनने के साथ ही टूट गईं। पूछने पर कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि अब कुछ नहीं होगा। समय समाप्ति की ओर है।

इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बाद भी सड़क के निर्माण में न तो गुणवत्ता का ख्याल रखा गया और न ही मानकों का। नतीजतन, बालूमाथ से पांकी तक इस महत्वपूर्ण सड़क पर कई जगहों पर पिच उखड़ गयी है और गड्ढों में तब्दील हो गयी है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क में बने गड्ढों के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

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