Breaking :
||पलामू: हाइवा की चपेट में आने से युवक की मौत, आक्रोशित लोगों ने हाइवा समेत चार वाहनों में लगायी आग||लातेहार: शादी का झांसा देकर विधवा महिला से यौन शोषण करने व पैसे ऐंठने का आरोप, मामला दर्ज||प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे रांची, भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद किया रोड शो||पलामू: ओझा गुणी के विवाद में बेटे ने की पिता की गोली मारकर हत्या||चतरा में डेढ़-डेढ़ किलो के एक दर्जन IED बरामद, BDS की टीम ने किया नष्ट||पलामू में मिला माओवादियों का बंकर, विस्फोटक समेत अन्य सामान बरामद, नक्सलियों को बचाने के आरोप में महिला गिरफ्तार||लातेहार: 81 लाख रुपये की अफीम और डोडा के साथ एक तस्कर गिरफ्तार||पुलिस को चकमा देकर जयराम महतो फरार, भगाने के आरोप में 11 नामजद और 15 हज़ार अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज||पलामू: बेटे ने किया प्रेम विवाह तो पिता को मारी गोली, दो आरोपी गिरफ्तार||कार व बाइक की टक्कर में होमगार्ड का जवान, पत्नी और दो बच्चों की मौत, मौत से जूझ रहा घर का आखिरी चिराग
Saturday, May 4, 2024
पलामू प्रमंडललातेहार

उत्क्रमित उच्च विद्यालय झाबर में व्याप्त अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त को दिया आवेदन, प्रभारी व अध्यक्ष को हटाने की मांग

लातेहार : बालूमाथ प्रखंड के झाबर पंचायत के एक दर्जन से अधिक ग्रामीण आज उपायुक्त भोर सिंह यादव को आवेदन देकर उत्क्रमित उच्च विद्यालय झाबर में व्याप्त अनियमितताओं के संबंध में ध्यान आकृष्ट कराया है।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

उपायुक्त को दिये गये आवेदन में ग्रामीणों ने बताया है कि उक्त विद्यालय में बच्चों के नामांकन में बच्चों या अभिभावकों से अवैध वसूली की जा रही है। मध्याह्न भोजन योजना के तहत वास्तविक उपस्थिति से अधिक बच्चों की उपस्थिति दिखाकर वित्तीय अनियमितता की जा रही है। अन्य मामलों में शिक्षकों को फंसाने के लिए सादे कागज पर हस्ताक्षर कराना, इस संबंध में बोलने पर उन्हें हरिजन अधिनियम के तहत फंसाने की धमकी देना शामिल है।

ग्रामीणों ने उपायुक्त से जांच कराकर प्रभारी व प्रबंध समिति के अध्यक्ष के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई कर उक्त प्रभारी व अध्यक्ष को हटाने की मांग की है। जिससे विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बहाल हो सके।

आवेदन में पंचायत मुखिया शीलो देवी, पंचायत समिति सदस्य सुनीता देवी की मोहर व हस्ताक्षर के अलावा ग्रामीणों के हस्ताक्षर अंकित हैं।